मौत
जब भी तुम
आओगी मैं
वादा करती हूँ
तुम्हें अपने शरीर के
मखमली बिस्तर पर
प्यार से सुला लूँगी
और जब तुम जागोगी
तो मेरी रूह का
हाथ थाम कर
मुझे अपने साथ ले जाना
जैसे मैनें
जीवन का
साथ निभाया
तुम्हारा भी निभाऊँगी
पर हाँ एक
वादा करके आना
कुछ दिन की मोहलत
ज़रूर देना ताकि
कुछ पल मैं
अपने आप के साथ
बिता सकूँ ।
डाँ सरस्वती माथुर
जब भी तुम
आओगी मैं
वादा करती हूँ
तुम्हें अपने शरीर के
मखमली बिस्तर पर
प्यार से सुला लूँगी
और जब तुम जागोगी
तो मेरी रूह का
हाथ थाम कर
मुझे अपने साथ ले जाना
जैसे मैनें
जीवन का
साथ निभाया
तुम्हारा भी निभाऊँगी
पर हाँ एक
वादा करके आना
कुछ दिन की मोहलत
ज़रूर देना ताकि
कुछ पल मैं
अपने आप के साथ
बिता सकूँ ।
डाँ सरस्वती माथुर
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